माइक्रोवेव प्रीहीट के बिना 3–5 गुना तेज़ कुकिंग/रीहीटिंग देता है।
माइक्रोवेव डायरेक्ट डाइइलेक्ट्रिक हीटिंग से भोजन के अंदर पानी के अणुओं को उत्तेजित करता है, इसलिए प्रीहीट की जरूरत नहीं पड़ती और समय सीधा बचता है। रोज़मर्रा की रीहीटिंग—जैसे दाल-चावल, सब्ज़ी, या रोटी—आमतौर पर 2–3 मिनट में तैयार हो जाती है, जबकि ओवन में 10–15 मिनट लग सकते हैं। आधुनिक इन्वर्टर तकनीक निरंतर और सूक्ष्म पावर डिलीवरी देती है, जिससे ओवरकुकिंग और ड्राइनेस कम होती है। तेज़ी के साथ यह निरंतरता व्यस्त भारतीय दिनचर्या में वास्तविक फ़ायदा देती है।
छोटे–मध्यम पोर्शन में माइक्रोवेव 30–80% कम ऊर्जा खपत कर सकता है और रसोई को ठंडा रखता है।
कम समय और सीधे-सीधे भोजन को गर्म करने की वजह से कुल ऊर्जा उपयोग अक्सर काफी घट जाता है, विशेषकर रीहीटिंग, डिफ्रॉस्ट और सरल कुकिंग में। ओवन की तुलना में माइक्रोवेव कम गर्मी कमरे में छोड़ता है, जिससे भारतीय गर्मियों में रसोई कम तपती है और एसी/कूलिंग पर द्वितीयक लोड भी घट सकता है। यही दक्षता बिजली बिल और कार्बन फुटप्रिंट दोनों में बचत में बदलती है। तकनीकी दृष्टि से यह ‘सोर्स-टू-फूड’ एनर्जी ट्रांसफर का अधिक सीधे और कम-लॉस वाला मॉडल है।
कम पानी, कम समय और लक्षित हीटिंग के कारण माइक्रोवेव पोषण और नमी को बेहतर संभालता है।
हीट-सेंसिटिव पोषक—जैसे विटामिन C और कुछ B-विटामिन—लंबे समय की गर्मी और अतिरिक्त पानी से नष्ट होते हैं; माइक्रोवेव में ये कारक कम रहते हैं। इसलिए सब्ज़ियों की टेक्सचर और रंग अधिक प्राकृतिक बने रह सकते हैं, और रीहीटिंग में भी भोजन कम सूखता है। वेट- या टाइम-आधारित डिफ्रॉस्ट से मांस/पनीर जैसी चीज़ें बाहर से पकाए बिना भीतर तक सुरक्षित रूप से पिघलती हैं। परिणामस्वरूप क्वालिटी-टू-टाइम रेशियो माइक्रोवेव में अक्सर बेहतर मिलता है।
सटीक नियंत्रण, सेंसर-कुक और मल्टी-स्टेज प्रोग्रामिंग से माइक्रोवेव अत्यधिक बहुमुखी और विश्वसनीय है।
10-लेवल तक के पावर सेटिंग्स, वेट-आधारित डिफ्रॉस्ट और स्टीम/ह्यूमिडिटी सेंसर जैसी सुविधाएँ अलग-अलग खाद्य पदार्थों के लिए दोहराने योग्य परिणाम देती हैं। मल्टी-स्टेज कुकिंग में डिफ्रॉस्ट→कुक→कीप-वॉर्म को एक ही क्रम में प्रोग्राम किया जा सकता है, जिससे हाथ-होल्डिंग घटती है। भारतीय किचन के लिए पापड़/खाखरा रोस्टिंग, घी/दूध का नियंत्रित हीटिंग, या क्विक स्नैक्स/मग-केक जैसे उपयोग सहज हो जाते हैं। जहाँ ओवन बेकिंग और क्रस्टिंग में महारत रखता है, वहीं माइक्रोवेव की यह कंट्रोल-ओरिएंटेड टेक्नोलॉजी रोज़मर्रा के उपयोग में गति, स्थिरता और सुविधा का बेहतरीन संतुलन देती है।