सौर ऊर्जा नई बिजली क्षमता में सबसे किफायती विकल्पों में है—2010 से लागत ~80–90% घटी और धूप वाले क्षेत्रों में LCOE अक्सर $0.03–0.05/kWh के दायरे में है।
अंतरराष्ट्रीय आँकड़ों के अनुसार 2010–2022 के बीच यूटिलिटी-स्केल सौर PV का LCOE लगभग 80–90% घटा, जिससे यह वैश्विक स्तर पर सबसे सस्ती नई बिजली स्रोतों में आ गया। बड़े पैमाने पर विनिर्माण (हर साल सैकड़ों GW) और ~20% सीखने की दर ने मॉड्यूल व BOS की लागत लगातार नीचे धकेली है। कई हालिया निविदाओं में धूप-समृद्ध क्षेत्रों में टैरिफ $0.03/kWh के आसपास या उससे भी नीचे दर्ज हुए हैं, जो पूंजी-गहन प्रणालियों के लिए उत्कृष्ट बैंकएबिलिटी दर्शाते हैं।
सौर की मॉड्युलैरिटी—छत से गीगावाट-स्केल तक—तेज़ तैनाती और कम O&M के साथ इसे बेहद स्केलेबल बनाती है।
रooftop सिस्टम कुछ दिनों/हफ्तों में और यूटिलिटी-स्केल प्लांट कुछ महीनों में खड़े हो सकते हैं, जिससे मांग बढ़ते ही सप्लाई को तेजी से जोड़ा जा सकता है। सौर में चलने वाले पुर्ज़े लगभग नहीं होते, इसलिए विफलता दर कम और रखरखाव सरल व सस्ता रहता है। माइक्रोग्रिड से लेकर मेगापार्क तक समान तकनीकी बिल्डिंग-ब्लॉक्स उपयोग होने से सप्लाई-चेन और प्रोजेक्ट डिलीवरी मानकीकृत और दोहराने योग्य बनती है।
सौर का दैनंदिन पैटर्न ग्रिड-मैत्री है—दिन के कूलिंग-पीक से मेल, बेहतर इंट्रा-डे पूर्वानुमान और वितरित उत्पादन से T&D लॉस कम होते हैं।
गर्म जलवायु में दोपहर/दोपहर-बाद की बिजली मांग मुख्यतः कूलिंग से प्रेरित होती है, जहां सौर उत्पादन स्वाभाविक रूप से ऊँचा होता है और पीक-शेविंग में मदद करता है। सौर का डाइयूरनल (सूर्योदय-सूर्यास्त) प्रोफ़ाइल इंट्रा-डे पूर्वानुमान को सरल बनाता है, जिससे डिस्पैच व स्टोरेज-साइज़िंग अधिक सटीक होती है। उपभोक्ता के निकट रooftop/डिस्ट्रीब्यूटेड सौर से ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन हानियाँ सामान्यतः 10–20% तक घटाई जा सकती हैं, और स्मार्ट इन्वर्टर वॉल्टेज-रिएक्टिव पावर, फास्ट-रैंप और ग्रिड-फॉर्मिंग जैसी सेवाएँ भी दे सकते हैं।
उन्नत सौर तकनीकें (TOPCon/HJT, बाइफेशियल+ट्रैकर) और सस्ती बैटरी मिलकर सौर की प्रदर्शन-सीमा और ‘24x7’ विश्वसनीयता को तेज़ी से बढ़ा रही हैं।
आज के कमर्शियल मॉड्यूल ~21–23% दक्षता तक पहुँच चुके हैं, जबकि बाइफेशियल पैनल और सिंगल-एक्सिस ट्रैकर्स मिलकर ऊर्जा-उत्पादन को सामान्यतः 10–30% तक बढ़ा देते हैं। लैब में पेरोव्स्काइट–सिलिकॉन टैंडम ने 30%+ दक्षता का संकेत दिया है, जो आगामी पीढ़ी के मॉड्यूल का रोडमैप मजबूत करता है। इसी दौरान लिथियम- आयन बैटरी की कीमतें 2010–2023 में ~80–90% तक घटी हैं, जिससे PV+Storage कॉन्फ़िगरेशन प्रतिस्पर्धी लागत पर फर्म, डिस्पैचेबल सप्लाई देने लगे हैं।