शार्क समुद्री परितंत्रों के संतुलन की रीढ़ हैं।
शीर्ष और मध्य-स्तरीय शिकारी के रूप में शार्क बीमार व कमजोर शिकार हटाकर आबादियों को स्वस्थ रखती हैं। इससे रोग-प्रसार रुकता है और खाद्य-शृंखला में ‘ट्रोफिक कैस्केड’ जैसी असंतुलित घटनाएँ नियंत्रित रहती हैं। कई तटीय व प्रवाल-भित्ति प्रणालियों में शार्क की मौजूदगी शाकभक्षी मछलियों के व्यवहार को संतुलित रखती है, जिससे समुद्री घास और प्रवाल को पुनर्जीवन का समय मिलता है। ओर्का जितने ही अद्भुत होते हुए भी, शार्क का यह सूक्ष्म लेकिन निरंतर ‘इको-मैनेजमेंट’ समुद्री स्वास्थ्य के लिए अमूल्य है।
400+ मिलियन वर्षों की विकासवादी सफलता और 500+ प्रजातियों की विविधता शार्क की वास्तविक ताकत है।
शार्क लगभग 40 करोड़ वर्षों से पृथ्वी के महासागरों में सफलतापूर्वक टिके हैं, यानी वे कई महाविलुप्तियों के दौर से गुजरकर भी अनुकूलन कर पाए। आज 500 से अधिक प्रजातियाँ अति-लघु ड्वार्फ लैण्टर्नशार्क से लेकर विशाल व्हेल शार्क तक विविध निचों में फल-फूल रही हैं। यह विस्तार बताता है कि शार्क एक ही ‘टाइप’ नहीं, बल्कि बहुविध रणनीतियों का परिवार हैं—फ़िल्टर-फ़ीडिंग से लेकर एम्बुश हंटिंग तक। इतनी दीर्घ-जीवटता और विविधता किसी भी पशु-बहस में शार्क को असाधारण बढ़त देती है।
शार्क की इंद्रिय-प्रणालियाँ और हाइड्रोडायनामिक्स उन्हें असाधारण शिकारी बनाते हैं।
एम्पुली ऑफ़ लोरेन्ज़िनी (विद्युत-संवेदी अंग), लेटरल लाइन और कम रोशनी में देखने की क्षमता शार्क को धुंधले पानी में भी सटीक शिकार की ताकत देती है। उनके सुडौल शरीर और तेल-समृद्ध विशाल यकृत उछाल व ऊर्जा-कुशल तैराकी सुनिश्चित करते हैं; शॉर्टफ़िन मैको शार्क करीब 56 किमी/घं की रफ़्तार पकड़ सकती है। ग्रेट व्हाइट जैसी प्रजातियाँ महासागरों के आर-पार हज़ारों किलोमीटर की मौसमी यात्राएँ कर लेती हैं, जो सहनशक्ति और दिशाज्ञान का प्रमाण है। यह संयोजन—इंद्रियों की सूक्ष्मता + गतिशील दक्षता—शार्क को प्रकृति के सबसे परिष्कृत शिकारी डिज़ाइनों में खड़ा करता है।
भय से अधिक तथ्य: मनुष्यों के लिए शार्क का जोखिम बहुत कम, मगर शार्क के लिए हमारा जोखिम भारी है।
विश्व स्तर पर हर साल अनपेक्षित शार्क घटनाएँ दर्जनों में होती हैं, पर मृत्यु सामान्यतः 5–10 के आसपास रहती है—यानी मीडिया-जनित भय की तुलना में वास्तविक जोखिम नगण्य है। इसके उलट, मानवीय गतिविधियों से हर साल अनुमानित 6–10 करोड़ शार्क मारी जाती हैं, जो पूरे समुद्री जाल पर दबाव बढ़ाती है। शार्क की रक्षा करना केवल करुणा नहीं, बल्कि समुद्री भोजन सुरक्षा और कार्बन-समृद्ध आवासों के संरक्षण में निवेश है। सम्मान और वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित सह-अस्तित्व शार्क और मानव, दोनों के हित में है।